पंजाबी सिंगर राजवीर जवांदा का अचानक निधन, मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में 11 दिन बाद

पंजाबी सिंगर राजवीर जवांदा का अचानक निधन, मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में 11 दिन बाद

जब राजवीर जवांदा, पंजाबी गायक और भारतीय ने 8 अक्टूबर 2025 को मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में अन्तिम सांस ली, पूरा संगीत जगत स्तब्ध रह गया। 35 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने करियर‑के सबसे बड़े मोड़ पर किस्मत का खेल झेला।

दुर्घटना की पृष्ठभूमि

सबसे पहले बात करते हैं उस सड़क हादसे की, जिसने राजवीर की जिंदगी को उलझा दिया। 27 सितंबर 2025 की दोपहर, बद्दी‑शिमला रोड पर टकरावबद्दी, हिमाचल प्रदेश। राजवीर अपनी 25 लाख रुपये की BMW एडवेंचर बाइक पर सवार थे, जब अचानक सामने आवारा मवेशियों का झुंड आ गया। बाइक ने टक्कर कर ली, और सवार को सिर‑ रीढ़ दोनों में गंभीर चोटें आईं।

गवाहों के बयान के अनुसार, मवेशियों की भीड़ अचानक मोड़ पर उभरी, जिससे राजवीर को ठीक समय पर ब्रेक लगाने का कोई अवसर नहीं मिला। दुर्घटना के बाद तुरंत ही स्थानीय पुलिस ने एम्बुलेंस को बुलाया, और राजवीर को नजदीकी हॉस्पिटल में ले जाया गया।

फोर्टिस अस्पताल में उपचार

रिलेटेड रिपोर्टों के मुताबिक, राजवीर को तुरंत मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहाँ उन्हें 11 दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया; कुछ स्रोतों का कहना है कि वह 12वें दिन तक जीवन‑और‑मृत्यु की रेखा पर रहे।

हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. अमित शर्मा ने बताया, "राजवीर की न्यूरोलॉजिकल स्थिति अत्यंत गंभीर थी। मस्तिष्क गतिविधि लगभग न्यूनतम स्तर पर थी और बहु‑अंग विफलता (मल्टीपल ऑर्गन फेलियर) के कारण उनका निधन हो गया।" डॉक्टर ने कहा कि सिर और रीढ़ दोनों में चोटें इतनी गहरी थीं कि पुनर्प्राप्ति की कोई उम्मीद नहीं थी।

  • घटना की तिथि: 27 सितंबर 2025
  • हॉस्पिटल में बिताए दिन: 11 (संभावित 12 दिन)
  • मुख्य चोटें: सिर‑दुर्घटना, रीढ़‑हड्डी क्षति
  • परिणाम: मल्टीपल ऑर्गन फेलियर
  • निधन का समय: 08 अक्टूबर 2025, सुबह 10:55 वेजे

पंजाबी संगीत जगत की प्रतिक्रिया

खबर के सुनते ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवन्त मान ने ट्वीट किया, "राजवीर अपने गानों से पंजाबी संस्कृति को विश्व भर में पहुंचाते थे। उनका निधन हमारी कला की सबसे बड़ी क्षति है।" सोशल मीडिया पर नीरू बाजवा, गुरप्रीत घुगी, सोनम बाजवा, बड़शाह और कई अन्य कलाकारों ने भावना भरे शोक संदेश लिखे।

नीरू बाजवा ने कहा, "राजवीर का सुपरहिट ‘Kangani’ ने लाखों दिलों को छुआ। उनका संगीत हमेशा याद रहेगा, और उनका निधन संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।" गुरप्रीत घुगी ने कहा, "हमने कई मंचों पर राजवीर के साथ गाया, उनकी आवाज़ में वह अनोखा जज्बा था जो सुनने वाले को तुरंत मोहित कर देता था।"

परिवार और अंतिम संस्कार

राजवीर के पिता, जो कि पंजाब पुलिस में वरिष्ठ अधिकारी हैं, ने बताया कि उनका बेटा बचपन से ही संगीत के प्रति उत्साही था, लेकिन पुलिस में एक छोटी नौकरी भी संभालते थे। उनका कहना है, "वह हमेशा अपने काम को संगीत के साथ संतुलित रखने की कोशिश करता था।"

राजवीर की माँ, भाई और दो बहनें इस दर्दनाक क्षति से गहरे शोक में हैं। परिवार ने सूचित किया कि अंतिम संस्कार उनका पैतृक गाँव पौना (पंजाब) में होगा, जहाँ कई सैकड़ों फ़ैन्स और कलाकारों की उपस्थिति की उम्मीद है।

भविष्य के लिये प्रभाव और प्रतिबिंब

राजवीर की अचानक मौत ने कई सवाल उठाए हैं: क्या बाइक सवारी के दौरान सुरक्षा उपाय पर्याप्त हैं? क्या संगीत कलाकारों को यात्रा के दौरान विशेष मेडिकल सहायता मिलनी चाहिए? इन प्रश्नों पर विशेषज्ञों ने कहा कि बाईकिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों में उचित सुरक्षा गियर (हेल्मेट, जॉकर) अनिवार्य है, और तेज़ ढलानों पर यात्रा करने से पहले चिकित्सा जांच करानी चाहिए।

संगीत उद्योग के भीतर यह भी चर्चा हो रही है कि कैसे इस तरह की दुर्घटनाओं से कलाकारों के करियर पर असर पड़ता है। कई संगीत मंचों ने कहा कि भविष्य में कलाकारों के लिए अधिक सुरक्षा उपायों को अपनाया जाएगा, जैसे कि टूर के दौरान मेडिकल किट और एम्बुलेंस उपलब्ध कराना।

राजवीर की याद में कई रेडियो स्टेशन और म्यूजिक चैनल्स ने उसकी हिट गानों की पुनः प्ले लिस्ट शुरू की है। इस कड़ी में उनका ‘Kangani’, ‘Tera Koka’ और कई अन्य ट्रैक श्रोताओं को फिर से मुग्ध कर रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

राजवीर जवांदा की मौत के कारण क्या थे?

राजवीर की मृत्यु मुख्यतः मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के कारण हुई, जो कि 27 सितंबर 2025 को बद्दी‑शिमला रोड पर हुए सड़कीय दुर्घटना में सिर और रीढ़ की हड्डी की गंभीर चोटों के बाद हुई। वेंटिलेटर पर 11 दिन रहने के बाद उनका जीवन बंध गया।

क्या दुर्घटना में कोई अन्य व्यक्ति घायल हुआ?

घटना के समय राजवीर अकेले अपनी बाइक पर यात्रा कर रहे थे। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, कोई अन्य साधन या पैदल यात्री घायल नहीं हुआ, लेकिन दुर्घटना के बाद सशंकित मवेशियों को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने ज़रूरी कदम उठाए।

राजवीर के अंतिम संस्कार में कौन‑कौन शामिल होगा?

परिवार ने बताया कि अंतिम संस्कार पंजाब के पौना गाँव में आयोजित होगा। इसमें राजवीर के परिवार के सदस्य, निकटतम रिश्तेदार, साथ ही पंजाब के कई प्रमुख कलाकार, संगीतकार और फ़ैन्स सम्मिलित होंगे। स्थानीय प्रशासन ने समारोह के लिए सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कर ली है।

पंजाबी संगीत उद्योग ने इस घटना पर क्या कदम उठाए?

उद्योग में कई प्रमुख गायक और संगीत प्रोड्यूसर ने शोक संदेश जारी किए और राजवीर के हिट गानों की पुनः प्ले लिस्ट शुरू की। इसके अलावा, कई संगीत मंचों ने कलाकारों की यात्रा सुरक्षा को लेकर नयी नीतियां तैयार करने की घोषणा की है, जिससे भविष्य में ऐसे हादसे कम हो सकें।

क्या राजवीर की कोई नई रिलीज़ या प्रोजेक्ट बची है?

अब तक राजवीर की टीम ने बताया कि उनके पास कुछ अधूरी रिकॉर्डिंग्स हैं, लेकिन उनका रिलीज़ शेड्यूल अभी तय नहीं हो पाया है। परिवार ने कहा कि वह भविष्य में इन गानों को उचित समय पर रिलीज़ करेंगे, ताकि उनके संगीत की विरासत जीवित रहे।

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