भारत vs दक्षिण अफ्रीका तीसरा T20I: विशाखापत्नम के पिच और मौसम की अनोखी चुनौतियाँ

भारत vs दक्षिण अफ्रीका तीसरा T20I: विशाखापत्नम के पिच और मौसम की अनोखी चुनौतियाँ

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरा T20I विशाखापत्नम के डॉ. वाईएस राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम में बुधवार को खेला जाएगा, जहाँ दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला में 2-0 से आगे है। ये मैच न सिर्फ श्रृंखला का निर्णायक मोड़ है, बल्कि भारतीय टीम के लिए एक जीवन-मृत्यु का सवाल भी है। विशाखापत्नम की पिच आमतौर पर बल्लेबाजों के लिए बेहतरीन मानी जाती है—लेकिन आज का मौसम इस नियम को उलट सकता है। बारिश के आसमान और नमी के कारण, जो पिच आमतौर पर बल्लेबाजों के लिए ‘बेल्टर’ होती है, वह अब गेंदबाजों का खेल बन सकती है।

पिच का रहस्य: बल्लेबाजों का सपना, गेंदबाजों का मौका

डॉ. वाईएस राजशेखर रेड्डी एसीए-वीडीसीए क्रिकेट स्टेडियम ने अब तक 10 T20I मैचों की मेजबानी की है, जिनमें से 7 में बॉलिंग पहले करने वाली टीम जीती है। ये आँकड़ा शायद ही कहीं और इतना स्पष्ट न हो। बल्लेबाजों के लिए ये जगह शुरुआत में बहुत अच्छी लगती है—पिच तेज़ और समतल होती है, और बाउंड्री 60 से 79 मीटर तक की फैलाव वाली है। लेकिन बीच के ओवरों में ये पिच धीमी हो जाती है। क्रिकेटमैन2.कॉम के मुताबिक, यहाँ स्पिनर्स को ग्रिप मिलता है और गेंद जमीन पर बाउंस नहीं करती। दक्षिण अफ्रीका के लिए ये खबर अच्छी है—उनके स्पिनर्स जैसे एल्विन मार्क्रम और एंड्रयू बैंक्स इस तरह की पिच पर बहुत खतरनाक होते हैं।

हालाँकि, ये पिच बड़ी है। बड़े छक्के लगाना मुश्किल है। यही कारण है कि यहाँ का औसत पहली पारी का स्कोर सिर्फ 128 रन है—जो T20I के लिए बहुत कम है। इसका मतलब है कि 170 के आसपास का स्कोर भी जीत के लिए पर्याप्त हो सकता है। और अगर बारिश हुई, तो ये स्कोर और भी कम हो सकता है।

मौसम का खेल: बारिश ने बदल दिया नियम

ये मैच बारिश के बीच खेला जा रहा है। द इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, दोपहर से बादल छाए रहेंगे और टॉस के समय सबसे ज्यादा बारिश होने की संभावना है। इसका मतलब है कि गेंद नम होगी, और फास्ट बॉलर्स को ज्यादा स्विंग और सीम मिलेगा। ये वही जगह है जहाँ आमतौर पर बल्लेबाज जीतते हैं—लेकिन आज ये नियम टूट सकता है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि टॉस इस बार फैसला करने वाला होगा। कप्तान शायद बॉलिंग पहले करने का फैसला करेंगे। जेमिमाह रोड्रिग्स ने कहा था कि 270 का स्कोर प्रतिस्पर्धी हो सकता है—लेकिन वो बारिश के बिना। अगर गेंद नम है, तो 160-170 भी जीत के लिए काफी हो सकता है।

देश का दबाव: भारत की जीत की जरूरत

देश का दबाव: भारत की जीत की जरूरत

भारत के लिए ये मैच बस एक मैच नहीं है। ये एक इतिहास का सवाल है। अगर वो हार गए, तो ये पहली बार होगा कि भारत ने घर पर T20I सीरीज 3-0 से हारी है। दक्षिण अफ्रीका की टीम ने पहले दो मैचों में बहुत स्पष्ट रूप से अपनी बेहतरी दिखाई है। भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव के लिए ये दबाव बहुत ज्यादा है। उन्हें न सिर्फ बल्लेबाजी करनी है, बल्कि टीम को जीत की दिशा में ले जाना है।

इस वक्त, भारत के लिए एक अच्छा शुरुआती ओवर बहुत जरूरी है। अगर वो पहली पारी में 150+ बना लें, तो दक्षिण अफ्रीका को बड़े शॉट्स लगाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा—जिससे गेंदबाजों को विकेट मिलने का मौका मिलेगा।

क्या होगा अगर बारिश रुक जाए?

अगर बारिश रुक जाए और ड्यू निकल जाए, तो स्थिति पूरी तरह बदल सकती है। द स्पोर्ट्स रश के मुताबिक, ड्यू दूसरी पारी में बल्लेबाजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अगर भारत बॉलिंग पहले करता है और ड्यू आ जाता है, तो दक्षिण अफ्रीका के लिए 180+ बनाना आसान हो जाएगा। इसलिए, कप्तानों के लिए टॉस जीतना बहुत जरूरी है।

इतिहास का भार: विशाखापत्नम की यादें

इतिहास का भार: विशाखापत्नम की यादें

ये स्टेडियम 2016 में अपना पहला T20I मैच मेजबानी कर चुका है—भारत बनाम न्यूजीलैंड। उसके बाद 2019 में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ यहाँ खेला। दक्षिण अफ्रीका के लिए ये पहली बार है कि वो यहाँ T20I खेल रहे हैं। ये एक नया चुनौती है। उनके लिए ये स्टेडियम अज्ञात है। लेकिन उन्होंने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से दो मैच जीत लिए हैं। भारत के लिए ये बात चिंताजनक है।

इस स्टेडियम पर सबसे बड़ा स्कोर भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 209/8 बनाया था। लेकिन ये एक अपवाद है। आमतौर पर यहाँ कम स्कोर ही जीत लाते हैं। और अगर बारिश आ जाए, तो ये और भी कम हो सकता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

विशाखापत्नम के पिच पर बल्लेबाजों के लिए क्या चुनौतियाँ हैं?

पिच शुरुआत में बल्लेबाजों के लिए अच्छी लगती है, लेकिन बीच के ओवरों में धीमी हो जाती है और स्पिनर्स को ग्रिप मिलता है। बाउंड्री लंबी है, इसलिए छक्के लगाना मुश्किल है। अगर बारिश हुई, तो गेंद नम हो जाती है और रन बनाना और भी कठिन हो जाता है।

टॉस क्यों इतना महत्वपूर्ण है?

बारिश के कारण गेंद शुरुआत में स्विंग कर सकती है, जिससे बॉलिंग पहले करने वाली टीम को फायदा हो सकता है। अगर बाद में ड्यू आ जाए, तो दूसरी पारी में बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान हो जाता है। इसलिए टॉस जीतना रणनीति का आधार बन जाता है।

भारत के लिए ये मैच क्यों इतना जरूरी है?

अगर भारत हार गया, तो ये पहली बार होगा कि घर पर T20I सीरीज 3-0 से हारी गई। दक्षिण अफ्रीका ने पहले दो मैचों में बहुत ताकत दिखाई है। भारत को अब न सिर्फ जीतना है, बल्कि अपने गौरव को बचाना है।

स्पिनर्स के लिए ये पिच कैसी है?

पिच बीच के ओवरों में धीमी हो जाती है और स्पिनर्स को ग्रिप मिलता है। नमी और बारिश के बाद भी स्पिनर्स बहुत खतरनाक हो सकते हैं, क्योंकि गेंद जमीन पर बाउंस नहीं करती। एल्विन मार्क्रम जैसे गेंदबाज इस पिच पर बहुत खतरनाक हैं।

क्या ड्यू इस मैच में असर डालेगा?

हाँ, ड्यू बहुत असर डालेगा। अगर बारिश रुक जाए और नमी जमीन पर चढ़ जाए, तो दूसरी पारी में बल्लेबाजों के लिए रन बनाना आसान हो जाएगा। इसलिए टॉस जीतने वाली टीम अगर बॉलिंग पहले करती है, तो ड्यू उसके लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है।

इस स्टेडियम पर किसने सबसे ज्यादा रन बनाए हैं?

ODI में रोहित शर्मा ने 159 रन बनाए हैं, जो यहाँ का सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर है। T20I में अभी तक कोई भी बल्लेबाज 100 रन पार करने में सफल नहीं हुआ है। इसका मतलब है कि यहाँ का पिच बड़े स्कोर के लिए अनुकूल नहीं है।

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